आमीन वारसी
कोतमा- भले ही जिलें और संभाग के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आमजनता और पुलिस के बीच बनी दूरियों को कम करनें का प्रयास कर रहें हो पुलिस के प्रति आमजनता का विश्वास और मजबूत हो इसलिए समय समय पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जन संवाद भी करतें रहतें है !
लेकिन कोतमा थानें में पदस्थ अवध पाडे़ जैसे पुलिस कर्मी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मिशन पर पलीता लगाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहें !
- बता दे कि बीते दिनों कोतमा थाना अंतर्गत पुलिस प्रताड़ना से ग्राम शिलपुर में नाबालिग युवक आत्महत्या की घटना घटित हो चुकी है उसके बाद एक बार फिर कोतमा पुलिस की बड़ी लापरवाही सामनें आई है !
सोमवार 13 मई की शाम लगभग 7 बजे कोतमा थानें में पदस्थ अवध पाडे़ अपनी वर्दी का रौब दिखाते हुए बिना किसी लिखित शिकायत बिना किसी साक्ष्य के एक गरीब युवक जो मेहनत मजदूरी करके अपना व अपनें परिवार का भरण पोषण कर रहा ! जबकि उस युवक के विरूद्ध किसी भी थानें में किसी प्रकार का कोई अपराधिक रिकार्ड नही है फिर भी अवध पांडे किसी दलाल प्रवत्ति मुखबिर के कहने पर युवक को गाड़ी में बैठाकर थानें ले गए और कहा कि तुम सट्टा खिलाते हो जबकि अवध पाडे़ के पास इस बात का कोई सबूत नही है कि वह युवक सट्टा खिलाता है !
जब बेगुनाह युवक के परिजन कोतमा थाना प्रभारी से इस संबंध में चर्चा किये तो थाना प्रभारी ने कहा इस बात की मुझे कोई जानकारी नही है !
लेकिन अवध पाडे़ का कहना है कि मुखबिर से सूचना मिली है कि यह युवक सट्टा खिलाता है इसलिए थानें लाया हूँ जबकि युवक के पास से किसी भी प्रकार का कोई ऐसा समान जप्त नही हुआ जिससे ये बात साबित हो कि वह युवक सट्टा खिलाता है या फिर खेलता है !
तो सवाल यह है कि होन हार पुलिस अफसर अवध पाडे़ ने एक गरीब बेगुनाह युवक को बिना किसी सबूत आधार के थानें ले जाकर क्यों अपमानित किया गया !
अगर अपमानित महसूस कर रहें युवक द्वारा शिलपुर घटना की तरह कोई घातक कदम उठा लिया जाता है तो क्या होन हार पुलिस अफसर अवध पाडे़ और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इसकी जिम्मेदारी लेगें ! सिर्फ एक दलाल प्रवत्ति के व्यक्ति द्वारा कह देने मात्र से कोई अपराधी नही हो जाता पुलिस को पहलें अच्छी तरह जाचं परख करनी चाहिए फिर किसी आम नागरिक को गिरफ्तार करना चाहिए नही तो ऐसे ही पुलिस प्रताड़ना का मामला दिन प्रति दिन बढ़ता जाएगा ! अनूपपुर पुलिस अधीक्षक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जी से नगर की आमजनता ने मांग कि है कि ऐसे पुलिस अफसर पर समय रहतें कार्यवाही करें जिससे भविष्य में कोई व्यक्ति पुलिस द्वारा अपमानित ना हो और पुलिस पर आमजनता का विश्वास बना रहें !इनका कहना: मैं अभी इस बात की जानकारी लेता हूँ कि कोतमा थानें के एस आई ने ऐसा क्यों किया !
इशरार मंसूरी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर !