आमीन वारसी-
अनूपपुर- भारत देश को जब अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली तो सभी देशवासियों की आंखों में सुनहरे सपने थें देशवासियों ने सोचा था कि अब कोई गरीब नहीं रहेगा कोई भी नौजवान बेरोजगार नहीं रहेगा प्रत्येक व्यक्ति की रोटी कपड़ा और मकान की जरूरत पूरी होगी लेकिन आजादी के 70 साल बाद भी वह सपना अधूरा है !
वो इसलिए कि भ्रष्टाचार महंगाई और बेरोजगारी भारत देश की पहचान बन चुकी है इस देशव्यापी समस्या से अनूपपूर भी अछूता नहीं है !
यहां कदम- कदम पर भ्रष्टाचार फलफूल रहा अधिकतर कार्यालयों में पदस्थ दरबान से लेकर अफसरान तक कमीशन लिए बगैर फाइल आगें नही बढ़ातें हैं महंगाई ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं आम आदमी की थाली से सब्जियां गायब हैं जो सामान्य आय वालें परिवार की हैसियत से बहुत दूर हो चुकी हैं !
आज बेरोजगारी का आलम यह है कि जिलें के शहरी क्षेत्रों में पढें लिखें युवक युवतियां बेरोजगार तो है ही साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पढें लिखें बेरोजगार युवक युवतियां सहित अनपढ़ लोगों की भरमार है !
जबकि गांव में रोजगार मुहैया करानें के लिए मनरेगा लागू है, लेकिन जिले में इसकी स्थिति भी बेहद खराब है विभागीय आंकड़े के कुछ कह रहें और जमीनी हकीकत कुछ और ही है!जबकि सरकार का दावा है कि प्रत्येक जॉब कार्डधारक परिवार को वर्ष में कम से कम सौ दिन रोजगार की गारंटी है लेकिन जिले में यह दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं! यहां सौ दिन रोजगार पानें वालों का आंकड़ा काफी कम है बेरोजगारों की यह फौज राष्ट्र विकास में योगदान देने के बजाए राष्ट्र एवं परिवार पर बोझ बनती जा रही है मगर अफसोस कि इसका कोई समाधान मोदी सरकार के पास भी नहीं है !
आज से 9 साल पहलें वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री द्वारा देश की जनता से महगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार को लेकर बड़े बड़े दावे किये गए थें हर साल दो करोड़ नौकरी दिये जानें की बात थी उस हिसाब से देश के 20 करोड़ युवाओं को नौकरी मिल जानी चाहिए थी लेकिन आज करोड़ों रोजगार से जुड़े युवा ही बेरोजगार घूम रहें है नई नौकरियां तो दूर ! वही महगाई कम करनें किये जानें की बात थी आज महगाई का आकलन देश की जनता खुद करले 14 रूपये किलो का आटा 40 रूपये किलो बिक रहा डीजल पेट्रोल गैस सिलेंडर की महगाई आसमान छू रही जिन कारणों सभी समान की कीमत दो से चार गुना बढ़ गई ! आज महगाई कम करने का बेरोजगारी दूर करने का मोदी सरकार के पास कोई उपाय नही है सिर्फ आमजनता का इन सभी मुद्दो से ध्यान भटकाकर वोट मांगा जा रहा !