आमीन वारसी-
कोतमा- जेएमएस कंपनी में कार्यरत 22 वर्षीय मजदूर सच कुमार जायसवाल की मौत होने उपरांत आक्रोशित परिजन एवं ग्रामीणों ने विरोध दर्ज करातें हुए लापरवाही का आरोप सीधे प्रबंधन पर लगाया ! परिजनों एवं ग्रामीणों का कहना है कि 22 वर्षीय युवक की मौत घटना स्थल पर ही हो गई थी फिर भी प्रबंधन मामलें को छुपाने के लिए आनन – फानन में मृतक को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बताया कि इसकी मृत्य हो चुकी है !
बता दे कि क्षेत्र में संचालित उरतान नार्थ भूमिगत कोल माइंस परियोजना जिसमें जेएमएस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा खदान का मुहाढा़ बनानें का कार्य किया जा रहा है ! जँहा कार्य के दौरान पत्थर में दबाकर मजदूर की मौत हो गई देर रात में मौत के बाद सुबह ग्रामीणों द्वारा प्राइवेट कोल माइंस के सामनें मृतक का शव रख कर धरना प्रदर्शन किया गया !
धरना प्रदर्शन की सूचना पाकर तत्काल मौके पर मध्यप्रदेश कैबिनेट मंत्री दिलीप जायसवाल पहुंचे मजदूर की मौत के संबंध में जेएमएस कंपनी प्रबंधन से बात चीत कर परिजनों को उचित मुआबजा एवं नौकरी देने की बात कही जिस पर प्रबंधन ने मंत्री जी एवं परिजनों की बात मान ली तब कही जाकर मामला ठंडा हुआ ! मध्यप्रदेश कैबिनेट मंत्री दिलीप जायसवाल ने जेएमएस कंपनी में कार्यरत जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगातें हुए कहा कि जब जेएमएस कंपनी प्राईवेट लिमिटेड कोल अधिनियम के तहत संचालित की गई है जो नियम बनाएं गए है तो उसी नियम के तहत ही कार्य कराए साथ ही सुरक्षा में बिल्कुल भी लापरवाही ना करें साथ ही बनाए गए नियमों के आधार पर ही मजदूरों का वेतन भुगतान किया जाए !
साथ ही मजदूरों को सेफ्टी उपकरण भी उपलब्ध कराया जाए सुरक्षा में चूक की वजह से 22 वर्षीय युवक सच कुमार जायसवाल की कार्य के दौरान दुर्घटना हुई जिससेे मौके पर ही मौत हो गई ! मंत्री जी की समझाईश के बाद आक्रोशित ग्रामीणजन एवं परिजन धरना प्रदर्शन समाप्त कर मृतक का अंतिम संस्कार करनें को तैयार हुए ! अब देखना यह है कि मंत्री जी के निर्देश के बाद जेएमएस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी मृतक परिवार की क्या सहायता करती है !