भाजपा सांसद प्रत्याशी हिमाद्रि द्वारा लिखे गए पत्र की कोई अहमियत नही

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आमीन वारसी-

कोतमा- बता दे कि शहडोल संसदीय क्षेत्र से हिमाद्रि सिंह सांसद अवश्य है हो सकता है एक बार फिर से हिमाद्रि सिंह (ईवीएम) का चमत्कार होनें साथ ही मोदी जी की कृपा और भारतीय जनता पार्टी पदाधिकारी कार्यकर्ताओं की बदौलत पुनः शहडोल संसदीय क्षेत्र की सासंद बन जाए ! लेकिन हिमाद्रि सिंह के सासंद बननें से शहडोल संसदीय क्षेत्र की आमजनता का ना कभी कोई फायदा हुआ है और नाही कभी होगा ! क्योंकि सासंद हिमाद्रि द्वारा लिखे गए पत्र की कोई अहमियत ही नही है ! ऐसे एक नही अनेकों उदहारण हमारें पास है जो चीख़ चीख़ कर ये कह रहें है कि सासंद हिमाद्रि सिंह द्वारा संबंधित विभाग को लिखा गया पत्र हमेशा बेअसर रहा ! संबंधित विभाग एवं संबंधित अधिकारी उक्त पत्र को पढ़कर रद्दी की टोकरी में डाल देते है ! और परेशान पीड़ित व्यक्ति यह आस लगाए बैठा रहता है कि शायद सासंद महोदया द्वारा लिखी गई चिट्ठी से उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा ! ऐसा ही एक मामला कोतमा नगर का है जहाँ एक पीड़ित परेशान जैन साहब अपनी चाची माँ के ईलाज के लिए सासंद महोदया हिमाद्रि सिंह से मदद मागनें गए थें ! बडी़ मुश्किल से मैडम से मुलाकात हुई फिर सासंद महोदया ने अपनें लेटर पैड में संबंधित विभाग को एक पत्र लिखा और जैन साहब को देकर मैडम ने कहा कि इस पत्र को संबंधित विभाग व्यक्ति को देदे आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा जैन साहब ने भी संबंधित विभाग तक मैडम का लिखा पत्र पहोचा तो दिया ! लेकिन आज दिनांक तक जैन साहब की समस्या का समाधान नही हो सका इससें यह साबित होता है कि सासंद महोदया के पत्र की कोई अहमियत ही नही है अगर मैडम द्वारा लिखें गए पत्र की अहमियत होती तो निश्चित ही अब तक जैन साहब की समस्या का समाधान हो जाता !

हिमाद्रि का आमजनता से दूर दूर तक कोई रिश्ता नही –

कहते है कि आमजनता मतदान के माध्यम से अपना नेता मुखिया चुनती है जिससे वक्त जरूरत पड़ने पर वही सासंद विधायक अध्यक्ष पार्षद सरपंच नेता क्षेत्र के मुखिया आमजनता की समस्या का समाधान करेगा !

लेकिन कुर्सी और पद पानें के बाद हर नेता आमजनता और उनकी समस्या को भूलकर अपनें निजी स्वार्थ में व्यस्त हो जाता है ! ठीक उसी तरह शहडोल संसदीय क्षेत्र की सासंद प्रत्याशी हिमाद्रि सिंह का भी यही हाल है! हिमाद्रि सिंह वर्ष 2019 में सासंद तो बन गई थी लेकिन आज भी आम जनता से दूर दूर तक कोई संपर्क नही है ! क्योंकि हिमाद्रि सिंह ने अपना पूरा कार्यकाल दिल्ली भोपाल और निज निवास राजेन्द्र ग्राम स्थित आलीशान बगलें में रहकर गुजार दिया जब कभी पार्टी कार्यक्रम सहित कोई नेता खास चेला चपाटियों के घर पर किसी प्रकार का आयोजन होने पर सासंद महोदया पार्टी कार्यक्रमों सहित अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने अवश्य पहोच जाती है ! अगर आमजनता के सुख दुःख की बात करें तो जनता द्वारा चुनी गई सासंद महोदया हिमाद्रि सिंह के पास आमजनता से मिलने और उनकी समस्या दूर करनें का समय नही है !

भले ही पीड़ित परेशान व्यक्ति अपनी समस्या लेकर 1000- 500 रुपए किराया भाड़ा लगाकर सासंद महोदया के घर तक पहोचता है तो कभी मैडम घर पर ही नही मिलती और अगर मिल भी गई तो एक लेटर पैड पर लिखकर पीड़ित को देकर चलता कर दिया जाता है जिसकी विभाग में रत्ती भर भी अहमियत नही !

अगर एक बार फिर से हिमाद्रि सिंह चुनाव जीत भी जाए शहडोल संसदीय क्षेत्र की सासंद बन भी जाए तो पार्टी नेताओं को छोड़कर आमजन आम मतदाता का कोई फायदा नही होने वाला जो वर्ष 2019 से 2024 तक पांच साल में संसदीय क्षेत्र का भला नही कर पाई वो आगें क्षेत्र का और कितना भला करेगी ये हिमाद्रि सिंह के चुनाव जीतने के बाद शहडोल संसदीय क्षेत्र की जनता को खुद ही समझ आ जाएगा !

Editor - in - chief आमीन वारसी -- प्रधान संपादक वॉर्ड क्रमांक 09, इस्लाम गंज, कोतमा, जिला -- अनूपपुर (म. प्र.) Mail id -- ameenpress123@gmail.com मो. नं. -- 8103415041 Polkholkhabar सर्वाधिकार सुरक्षित